जवानी में कई ग़ज़लें...................
जवानी में कई ग़ज़लें अधूरी छूट जाती हैं ! कई ख्वाहिश तो दिल ही दिल में पूरी छूत जाती हैं !! जुदाई में तो मैं उससे मुक्कमल बात करता हूँ !!! मुलाकातों में सब बातें अधूरी छूट जातीं हैं !!! जो मैं या तुम समझ लें वो इशारा कर लिया मैनें ! भरोसा बस तुम्हारा था तुम्हारा कर लिया मैंने !! लहर है, हौंसला है , रब है, हिम्मत है, दुआयें हैं !!! किनारा करने वालों से किनार कर लिया मैंने